पीकस्किल मामला, अमरीका में फासीवाद की तैयारी और तीसरे विश्व युद्ध की तैयारी के निर्माण में एक अहम कदम था। यह ताकत और हिंसा का खुला प्रदर्शन था, उन निरन्तर और विवेकहीन हिंसा और ताकत के पैरोकारों की योजना के अनुसार था, जो अमरीकी प्रतिक्रियावाद के भीतर मालिक और औजार हैं। ये साफतौर पर दो मकसदों से किया गया था- एक कुछ प्रगतिशील लोगों को ताकत और हिंसा के ऐसे जाल में फँसाना ताकि बाद में इल्जाम उन्हीं पर डाला जा सके, और दूसरा, पूरे अमरीका मे लम्पट तत्वों को ताकत और हिंसा के एक फासीवादी पैटर्न की ओर बढ़ने के लिए उकसाना ।
अमरीका के लिए इसकी अहमियत इसी बात में थी कि जो बात इसके अन्दर छुपी थी वह बहुत मायने रखती थी, इसलिए कोई भी समझदार इनसान इसे न्यू यॉर्क शहर में कम्युनिस्टों पर चल रहे मुकदमों से जोड़कर देखे बिना नहीं रह सकता
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