• +91-9810104481 +91-9560035691
  • Change Language :
  • हिंदी

सृजनशीलता हमेशा सामाजिक होती है (फ्री पीडीएफ)

10 /-  INR
उपलब्धता: स्टॉक में है
भाषा: हिन्दी
पृष्ठ: 16
प्रकाशन तिथि:
फ्री पीडीएफ (पूरा अंक)    पीडीएफ पढ़ें
विशलिस्ट में जोड़ें
कार्ट में डालें

इसी पुस्तिका से--

मैं कहना यह चाहता हूँ कि सारी स्मृतियाँ चयनात्मक होती हैं और उसके चयन के पीछे वर्गीय दृष्टियाँ होती हैं, आर्थिक हित होते हैं, राजनीतिक उद्देश्य होते हैं। इसलिए सृजनशीलता के सन्दर्भ में जब अतीत, इतिहास, स्मृति या अनुभव की चर्चा हो, तो बहुत सजग रहा जाये और सावधानी बरती जाये।

अभी तक कोई रिव्यु नहीं दिया गया है।

रिव्यु दें

रिव्यु दें

रिव्यु दें

सम्बन्धित पुस्तकें