• +91-9810104481 +91-9560035691
  • Change Language :
  • हिंदी

आत्महत्या के बारे में (फ्री पीडीएफ)

20 /-  INR
उपलब्धता: स्टॉक में है
भाषा: हिन्दी
पृष्ठ: 32
प्रकाशन तिथि:
फ्री पीडीएफ (पूरा अंक)    पीडीएफ पढ़ें
विशलिस्ट में जोड़ें
कार्ट में डालें

इसी पुस्तका से-- 

‘‘उसी वर्ष मेरे आफिस में मार्टिनिक के एक धनी परिवार का एक आकर्षक क्रिओल नौजवान आया। उसने बहुत ही जोरदार तरीके से एक नौजवान औरत की लाश, जो उसकी भाभी थी, उसके दावेदार, उसके पति और उसके अपने भाई को दिये जाने का विरोध किया। वह खुद डूबी थी। इस तरह की आत्महत्या बहुत आम है। लाश को खोजने में लगे अधिकारियों को उसकी लाश ग्रेव–डी–अर्जेन्टीना के पास ही मिली थी। मर्यादित आचरण की सर्वविदित सहजवृत्ति, जो अन्धी निराशा के समय भी महिलाओं में पायी जाती है, के कारण डूबने वाली महिला ने स्कर्ट के किनारों को अपने पैरों के चारों ओर लपेटा हुआ था। यह मर्यादित सावधानी यह साबित करती थी कि उसने आत्महत्या ही की है। लाश बरामद होने के बाद उसे मुर्दाघर में ले जाया गया। उसकी सुन्दरता, उसकी जवानी और उसकी भव्य पोशाक ने इस विभीषिका के कारणें के बारे में हजारों तरह की अटकलबाजी लगाने के प्रेरित किया। उसके पति की निराशा, जो उसको पहचानने वाला पहला आदमी था, असीमित थी। उसकी विपत्ति की थाह नहीं थी, कम से कम मुझे ऐसा ही बताया गया था। मैंने खुद उसे पहले कभी नहीं देखा था। मैंने क्रिओल को बताया कि पति का दावा सबसे उफपर होता है। वह पहले ही अपनी अभागी पत्नी के लिए एक शानदार संगमरमर की समाधि बनवा चुका है। ‘उसकी हत्या करने बाद, राक्षस कहीं का!’ कमरे में इधर से उधर दौड़ता हुआ क्रिओल चिल्लाया।

अभी तक कोई रिव्यु नहीं दिया गया है।

रिव्यु दें

रिव्यु दें

रिव्यु दें

सम्बन्धित पुस्तकें