सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) का इतिहास तीन क्रान्तियों का इतिहास है–– 1905 की पूँजीवादी–जनवादी क्रान्ति, फरवरी 1917 की पूँजीवादी–जनवादी क्रान्ति और अक्टूबर 1917 की समाजवादी क्रान्ति का इतिहास ।
सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) का इतिहास जारशाही के नाश और पूँजीपतियों और जमींदारों की ताकत के नाश का इतिहास है । इसका इतिहास घरेलू जंग में दूसरे देशों की फौजी दखलन्दाजी की हार का इतिहास है । इसका इतिहास हमारे देश में समाजवादी समाज और सोवियत राज्य के निर्माण का इतिहास है ।
सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) के इतिहास के अध्ययन से हम उस अनुभव से परिचित होंगे जिसे हमारे देश के मजदूरों और किसानों ने समाजवाद के लिए लड़कर हासिल किया है ।
सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) के इतिहास का अध्ययन, मेहनतकश जनता और मार्क्सवाद–लेनिनवाद के सभी दुश्मनों से हमारी पार्टी की लड़ाई के इतिहास का अध्ययन, हमें बोल्शेविज्म में माहिर होने में मदद देता है तथा राजनीतिक तौर से और सजग करता है ।
सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) के वीरतापूर्ण इतिहास का अध्ययन हमें सामाजिक विकास और राजनीतिक संघर्ष के नियमों के ज्ञान से, क्रान्ति की मूल प्रेरक शक्तियों के ज्ञान से लैस करता है ।
सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) के इतिहास के अध्ययन से लेनिन और स्तालिन की पार्टी के ध्येय में हमारा विश्वास दृढ़ होता है, संसार भर में कम्युनिज्म की जीत में हमारा विश्वास दृढ़ होता है
–– इसी किताब की भूमिका से
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