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बलराज साहनी: एक समर्पित और सृजनात्मक जीवन

240 /-  INR
उपलब्धता: स्टॉक में है
कैटेगरी: शख़्सियत
भाषा: हिन्दी
आईएसबीएन: 978-93-94061-61-3
पृष्ठ: 207
संस्करण: 1
प्रकाशन तिथि:
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बलराज साहनी एक हरफ़नमौला शख़्सियत का नाम है। जिनकी शिनाख़्त एक साथ कवि, कहानीकार, नाटककार, कलाकार, नाट्य निर्देशक, संगठनकर्ता और एक समर्पित राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर है। किताब 'बलराज साहनी एक समर्पित और सृजनात्मक जीवन' का शीर्षक, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पहले महासचिव पी.सी. जोशी के शीर्षक लेख से लिया गया है। कॉमरेड जोशी ने यह विस्तृत आलेख बलराज साहनी के निधन उपरांत लिखा था। यह लेख सिर्फ़ बलराज साहनी पर ही अकेले केन्द्रित नहीं है, बल्कि इसमें उस दौर के राजनीतिक-सामाजिक हालात, ‘भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी’ की आंतरिक राजनीति और पार्टी के सांस्कृतिक संगठन ‘इप्टा’ की गतिविधियों की भी रोचक जानकारी मिलती है। यह लेख, एक ऐतिहासिक दस्तावेज़ की हैसियत रखता है। कॉमरेड जोशी के लेख की तरह ख़्वाजा अहमद अब्बास का लेख ‘एक जन कलाकार’ भी एक मास्टरपीस की हैसियत रखता है। जिसमें अब्बास ने बलराज साहनी की अभिनय-यात्रा की समीक्षा की है। पंजाबी ज़बान के बड़े अदीब जसवंत सिंह कँवल बलराज साहनी के अज़ीज़ दोस्तों में से एक थे। कँवल से उनका आत्मीय रिश्ता था। जसवंत सिंह कँवल का लेख ‘इंसानियत का मुजस्समा मेरा दोस्त बलराज’ हमें एक अलग ही बलराज से तआरुफ़ कराता है। यह लेख बताता है कि बलराज साहनी को पंजाबी ज़बान और तहज़ीब से कितनी मुहब्बत थी। और वे कितने सहज और सरल इंसान थे। 
           किताब में शामिल परीक्षित साहनी के लेख ‘मार्क्सवादी होने के नाते वे बस एक लाल झँडा चाहते थे’ में परीक्षित साहनी ने अपने पिता बलराज साहनी की ज़िन्दगी की कुछ निजी और अनछुई बातें कही हैं। किताब के दूसरे हिस्से में बलराज साहनी के कुछ ख़ास आलेख ‘मेरा जीवन दृष्टिकोण’, ‘इप्टा की यादें’, ‘मेरा सबसे पहला क्लोज़ अप’, ‘मैंने ‘दो बीघा ज़मीन’ में काम किया’, ‘यासनाया पोल्याना’ (‘मेरा रूसी सफ़रनामा’ का एक अंश) और ‘पृथ्वीराज और नाट्यकला’ शामिल किए गए हैं। बलराज साहनी अदाकार के साथ-साथ एक सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक कार्यकर्ता भी थे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बैठकों, अधिवेशनों और इप्टा सम्मेलनों में उनकी सक्रिय भागीदारी होती थी। इन बैठकों, सम्मेलनों और आयोजनों में उन्होंने कई बेहतरीन स्पीच भी दीं। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण स्पीच किताब में शामिल हैं।

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